सर्दी पर भारी दिखी श्रद्धा, गंगा में डुबकी लगा श्रद्धालुओं ने कमाया पुण्य; शाम तक चलता रहा स्नान

गंगा स्नान के लिए देर शाम से ही आसपास के जनपदों से श्रद्धालुओं का पांचाल घाट पहुंचना शुरू हो गया था। तड़के से ही हर-हर गंगे की गूंज सुनाई देने लगी। घाटों के किनारे पंडों ने सत्यनारायण कथा हवन गंगा की पहनावन दीपदान आदि धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए।

 

फर्रुखाबाद, कड़ाके की सर्दी के बावजूद पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के लिए जनपद व आसपास के क्षेत्र से सुबह बड़ी तादाद में श्रद्धालु पांचाल घाट पहुंचे। लोग शाम तक गंगा स्नान करते रहे। सत्यनारायण कथा, हवन, दीपदान आदि धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न हुए। संत व अन्य लोगों ने पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाकर कल्पवास प्रारंभ किया।

गंगा स्नान के लिए देर शाम से ही आसपास के जनपदों से श्रद्धालुओं का पांचाल घाट पहुंचना शुरू हो गया था। तड़के से ही हर-हर गंगे की गूंज सुनाई देने लगी। घाटों के किनारे पंडों ने सत्यनारायण कथा, हवन, गंगा की पहनावन, दीपदान आदि धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए। सुबह घाटों पर खासी हलचल थी।

सुरक्षा में पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे। साधु-संतों के साथ महीने भर के लिए कल्पवास करने आए गृहस्थों ने भी गंगा में डुबकी लगाकर दान-पुण्य किया। संतों के यहां भंडारे के आयोजन भी शुरू हो गए। गंगा स्नान का क्रम शाम तक जारी रहा। इसी तरह ढाई घाट पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमड़ी।

बब्बा गुरु के यहां भागवत कथा आज सेजूना अखाड़े से जुड़े दतिया के महंत मनोज भारती बब्बा गुरु ने बताया कि सात जनवरी से उनके क्षेत्र में श्रीमद्भागवत कथा शुरू होगी। इसके बाद श्री राम कथा व अन्य धार्मिक अनुष्ठान जारी रहेंगे। अन्य संतों के क्षेत्र में भी कथा-भागवत व प्रवचन के कार्यक्रमों की तैयारी चलती रही।

कल्पवास क्षेत्र में नहीं पहुंची बिजली, पांटून पुल पर वसूली शुरूरामनगरिया मेले में बिजली तो चालू कर दी गई, लेकिन अभी मुख्य मार्गों पर ही बिजली जल रही है। कल्पवास क्षेत्र में बिजली की लाइनें नहीं पड़ पाईं, जिससे उन्हें अंधेरे में ही रहना पड़ रहा है। कुछ साधु-संतों के क्षेत्रों में तो बिजली उपलब्ध करा दी गई, लेकिन कुछ क्षेत्रों में लाइनें तक नहीं बिछी हैं। वाहन स्टैंड ठेकेदार ने प्रशासनिक क्षेत्र के साथ ही पांटून पुल पर भी दुपहिया वाहनों से वसूली शुरू कर दी। इसको लेकर कल्पवासियों में नाराजगी भी दिखी।

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