स्वच्छता पखवाड़े के बाद भी नहीं सुधरी गांवो की हालत खस्ताहाल खण्न्जे व उफनाती नालियां फिर भी नहीं कराई जा रही फागिंग-एन्टीलारवा छिड़काव व साफ- सफाई, फैली गंदगी के कारण गांवो में लोग संक्रमित बुखार , सर्दी, जुकाम, सहित डेंगू , चिकनगुनिया वायरस से परेशान।
आवाज –ए–लखनऊ ~ संवाददाता-महेन्द्र कुमार
हसनगंज (उन्नाव )- सरकार भले ही स्वच्छ भारत मिशन के लिए लगातार सुर्खियों में बनी रही हो लेकिन अधिकारी बिल्कुल भी गंभीर नहीं है क्योंकि अधिकारी कागजों में विकास पुरुष बनने में माहिर है और कर्मचारियों में धन उगाही की लगन है और जनता बेचारी गंदगी और कचारे में रहने को मजबूर है 2अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन का सपना पूरे देश को दिखाया था एक ऐसा सपना जिसके साथ पूरा देश जुड़ गया था ग्राम पंचायत बीबीपुर-चिरियारी
समेत हसनगंज ब्लॉक के समदपुर हरदास गांव मे संपूर्ण समाधान तहसील दिवस मे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया था जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित हसनगंज खण्डविकास अधिकारी गुलाबचंद को कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे लेकिन बी.डी.ओ. साहब ने जिलाधिकारी की बात को अनसुना कर दिया ग्रामीणों ने बताया कि कई बार फ़ोन किया लेकिन साहब ने फोन उठाना उचित नहीं समझा सरकारी अधिकारी है जब मन होगा तब फ़ोन उठाएंगे ग्राम प्रधान हो या क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य बीबीपुर चिरियारी में लगभग छः माह से सफाई कर्मचारी नहीं आया न ही किसी का चयन हो पाया है सहायक विकास अधिकारी पंचायत से जानकारी करने पर बताया जल्द ही नियुक्ति की जाएगी पूरे गांव में गन्दगी फैली है ब्लॉक क्षेत्र के अधिकांश गांवो में लोग वायरल फीवर सर्दी जुकाम सहित डेंगू चिकनगुनिया वायरस से प्रभावित हैं जबकि हर वर्ष अच्छी खासी रकम दवाओं के नाम पर खर्च होती है लेकिन जिम्मेदार आलाधिकारियों एवं कर्मचारियों को आम लोगों की कोई परवाह नही ।