श्यामा प्रसाद मुखर्जी पहले शख्स थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 का विरोध किया था और इस कारण वे जेल गए थे। उनका मानना था कि इससे देश की अखंडता को धक्का लगेगा और ये देश की एकता में बाधक होगा।
नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में आज जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 120वीं जयंती मनाई जा रही है। 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने उन्हें नमन किया। पीएम मोदी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का याद करते हुए लिखा कि डॉ. मुखर्जी ने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगति के लिए समर्पित कर दिया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘ मैं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। उनके आदर्श देश भर में लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। डॉ. मुखर्जी ने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगति के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने खुद को एक असाधारण विद्वान और बुद्धिजीवी के रूप में भी प्रतिष्ठित किया।’
भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ‘ भारत की एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, महान शिक्षाविद जनसंघ के संस्थापक एवं हमारे पथ प्रदर्शक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।’
वहीं, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए लिखा, प्रखर राष्ट्रवादी, महान शिक्षाविद् और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन।
बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ही वो पहले शख्स थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 का विरोध किया था। उनका मानना था कि इससे देश की अखंडता को धक्का लगेगा और ये देश की एकता में बाधक होगा। 23 जून 1953 को संदिग्ध परिस्थिति में उनकी मौत हो गई थी।