अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पांडेय जी को नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के गुंडों का सामना करना पड़ा। लखीमपुर में हमारी बहन की गलती सिर्फ यही थी कि वो समर्थक थी।
लखनऊ, बिहार के बाहुबली और जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करारा जवाब दिया है। इसके साथ ही ब्लॉक प्रमुख चुनावों के नामांकन के दौरान उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा पर अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ब्लाक प्रमुख के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान करीब दो दर्जन जिलों में हिंसा तथा मारपीट के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। चुनावी हिंसा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। अब तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार को जनता ही सबक सिखाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पांडेय जी को नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के गुंडों का सामना करना पड़ा। लखीमपुर में हमारी बहन की गलती सिर्फ यही थी कि वो समर्थक थी। मुख्यमंत्री जी बताएं कि आखिर गुंडों को खुली छूट किसने दी है। यह तो तय है कि जल्द ही उत्तर प्रदेश से इनका सफाया हो जाएगा। समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि इन लोगों को जनता ने तो हरा ही दिया है, सिर्फ मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचा रहे हैं।
लखनऊ में शुक्रवार को अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार के नेता पप्पू यादव के तंज पर भी जवाब दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि हां, हमसे ना हो पाएगा, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। उत्तर प्रदेश में जल्द ही बदलाव की लहर चलेगी। हमसे भले ही ना हो पाएगा, लेकिन 2022 में उत्तर प्रदेश में बदलाव जरूर होगा।
जन अधिकार पार्टी के पप्पू यादव ने शुक्रवार सुबह ही ट्वीट कर अखिलेश पर निशाना साधा था। पप्पू यादव ने लिखा था, बाबू अखिलेश यादव जी, आप से न हो पाएगा, सड़क पर संघर्ष। इतनी बड़ी पार्टी, इतना संसाधन हो तो भाजपा वालों की गुंडई और ढोंगी के दु:शासन का होश ठिकाने लगा देता। एक बहन का बीच सड़क पर चीरहरण और आप आराम से बैठे हो। जेल से निकलता हूं, संघर्ष के लिए पार्टी आउटसोर्स कर दीजिएगा। फिर दिखाते हैं।