सचिवालय चौकी प्रभारी ने हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट छह सौ अज्ञात भी शामिल। आरोप है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शुक्रवार को दिन में 500 से 600 कार्यकर्ताओं के साथ गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। माल्यार्पण के बाद बिना किसी सूचना के धरने पर बैठ गए।
लखनऊ, गांधी प्रतिमा पर शुक्रवार को मौन धरना देने के मामले में हजरतगंज कोतवाली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस नेता वेद प्रकाश त्रिपाठी और दिलप्रीत सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। एफआइआर में पांच सौ से छह सौ अज्ञात कार्यकर्ता भी शामिल हैं। हालांकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा का नाम एफआइआर में नहीं है। चौकी प्रभारी सचिवालय गिरिजेश कुमार गिरि ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
आरोप है कि तीनों नेता शुक्रवार को दिन में 500 से 600 कार्यकर्ताओं के साथ गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। माल्यार्पण के बाद बिना किसी सूचना के सभी लोग धरने पर बैठ गए। करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया और इसकी अनुमति भी किसी से नहीं ली। दारोगा का आरोप है कि गांधी प्रतिमा स्थल पर धरना प्रतिबंधित है, इसके बावजूद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नियमों का उल्लंघन किया। कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया और रोड जाम कर सामान्य यातायात प्रभावित किया।
इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यही नहीं, कार्यकर्ताओं ने जीपीओ के चारों तरफ लगी जाली व उसकी दीवार भी तोड़कर राजकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाई। इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ल के मुताबिक चौकी प्रभारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जा रही है। गौरतलब है कि प्रियंका वाड्रा कार्यकर्ताओं व पार्टी के पदाधिकारियों के साथ गांधी प्रतिमा स्थल पर मौन धरने पर बैठी थीं। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लग गई थी और जाम से शहरवासियों को जूझना पड़ा था।