फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने अमेरिका के साथ अपने सैन्य समझौते ‘विजिटिंग फोर्सेस एग्रीमेंट’ को एक बार फिर से बहाल कर दिया है। बीते दिनों दुतेर्ते ने अमेरिका से नाराजगी के चलते सैन्य समझौते को खारिज कर दिया था।
मनीला,रॉयटर्स: फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने अमेरिका के साथ अपने सैन्य समझौते ‘विजिटिंग फोर्सेस एग्रीमेंट’ को एक बार फिर से बहाल कर दिया है। बीते दिनों दुतेर्ते ने अमेरिका से नाराजगी के चलते सैन्य समझौते को खारिज कर दिया था। शुक्रवार को यह घोषणा दोनों देशों के रक्षामंत्रियों के द्वारा की गई, फिलीपींस और अमेरिका के बीच यह समझौता रद होने से दोनों देशों की चिंताएं बढ़ गई थीं।
दोनों देशों के लिए जरूरी है समझौता
दरअसल, इस समझौता के तहत दोनों देश एक साथ बड़े स्तर पर सैन्य अभ्यास करते हैं। शुक्रवार को फिलीपींस के रक्षा मंत्री डेल्फिन लोरेनजाना ने अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन, के साथ देश की राजधानी मनीला में राष्ट्रौपति द्वारा किए गए फैसले के बारे में घोषणा की। साथ ही बताया जा रह है कि, दुतेर्ते के फैसले से संबंधित कागजात विदेश मंत्री टियोडोरो लोसिन जूनियर, शुक्रवार को एक अन्य मुलाकात के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री को सौंपेंगे।
मुलाकात के बाद हुआ फैसला
लोरेनजाना ने बताया कि, दुतेर्ते ने वीएफए को फिर से बहाल करने का फैसला क्यों लिया है। इस संबंध में किसी को भी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन गुरुवार को मनीला में ऑस्टिन ने उनसे मुलाकात की थी, उसके बाद ही यह फैसला सामने आया है। वहीं, राष्ट्रपति के प्रवक्ता हैरी रोक ने बताया कि, यह फैसला देश के रणनीतिक मूल हित को बनाए रखने के आधार पर लिया गया है। अमेरिका ने फिलीपींस के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, इससे पुराने संबंधों के साथ रक्षा रणनीतियों को मजबूती मिलेगी।
चीन के लिए बड़ा झटका
गौरतलब है कि, अमेरिका द्वारा राष्ट्रपति के सहयोगी फिलीपीन सीनेटर को वीजा देने से इनकार करने के बाद समझौते को समाप्त करने के लिए फैसला किया गया था, लेकिन समाप्ति की तारीख निरंतर बढ़ाई जाती रही है। पिछल महीने इसे साल के अंत तक बनाए रखने का फैसला किया गया था। अमेरिका के लिए, सैनिकों की रोटेशन की क्षमता न केवल फिलीपींस की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि रणनीतिक रूप से इस क्षेत्र में चीन के मुखर व्यवहार का मुकाबला करने के लिए भी जरूरी है। इस समझौते के फिर से बहाल होने के बाद माना जा रहा है कि, चीन को इससे बड़ा झटका लगा है। चीन ने कोविड-19 टीकों समेत फिलीपींस को कई तरह के प्रलोभन दिए थे, ताकि वो अमेरिकी सेना के साथ समझौते को रद कर दे।